आओ २०१७ की दीपावली को बेहतरीन बनाएं ,और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाएँ
सुन ले ये बालक नादान !
डालता क्यों है जोखिम में जान
क्यों दिवाली को गन्दा कर दिया
बम पटाखों का उपयोग किया
दौलत धुआं बन जाती है
ये बात समझ न आती है
पहुंचता है हरियाली को नुकसान
होता है सांस, खांसी और जुकाम
खुदा भी अब रो रहा
ये जहाँ में अब क्या हो रहा
वो सुहानी हवा, वो शीतल जल
सब प्रदूषित हो रहा
आ गया है समय वो अब
आतिश का बहिष्कार करना है
गर जिंदगी बचाना है
मयंक ! चलो अब हम साथ चलें
जहाँ चहकें पक्षी
मँहकते सुन्दर पुष्प खिलें।
सुन ले ये बालक नादान !
डालता क्यों है जोखिम में जान
क्यों दिवाली को गन्दा कर दिया
बम पटाखों का उपयोग किया
दौलत धुआं बन जाती है
ये बात समझ न आती है
पहुंचता है हरियाली को नुकसान
होता है सांस, खांसी और जुकाम
खुदा भी अब रो रहा
ये जहाँ में अब क्या हो रहा
वो सुहानी हवा, वो शीतल जल
सब प्रदूषित हो रहा
आ गया है समय वो अब
आतिश का बहिष्कार करना है
गर जिंदगी बचाना है
मयंक ! चलो अब हम साथ चलें
जहाँ चहकें पक्षी
मँहकते सुन्दर पुष्प खिलें।
Accha...h
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