जिंदगी एक दौड़ है अगर जीत गए तो विजय मिलेगी नहीं तो अनुभव। इसलिए रुकना मना है।
रुक मत राही तू
ये जिंदगी एक जंग है
हर पल तेरे संग है
देखकर आसमानों को
खड़ी एक मसाल कर
रुक मत राही तू
हाँथ में एक तलवार हो
दिल में विजय की डंकार हो
टूट जाने दो मनोहर
तू यहाँ अकेला है
कर एक ऐसी मनमानी
हो जाये भूतल में पानी
रुक न पाएँ पाँव तेरे
कदम कदम पर शूल हैं बिखरे
इसका अफ़सोस न करना तू
हे ! मयंक न रुकना तू
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