RIEA में आने वाले 2017-18 के प्रथम वर्ष के प्राणी ख़ुश रहने के लिए क्या-क्या नहीं करते और अंत में कुछ न कुछ बहाना मिल ही जाता है ख़ुश रहने का
आईये इसको एक कविता के माध्यम से समझते हैं-
RIE में खुश रहने के लिए और क्या चाहिए
एक सच्चा दोस्त, एक कप चाय
थोड़ा मधुर संगीत, कुछ बीते लम्हें
वो लिखने का शौक, कुछ करने का जज्बा
सर पे wifi, थोड़ी-सी राधिका से लड़ाई
RIE में खुश रहने के लिए और क्या चाहिए
एक मेज, एक कुर्सी ,कुछ अनमोल पुस्तकें
एक सच्चा प्यार, एक छोटी-सी मुस्कान
कुछ अच्छी आदतें, थोड़ी-सी गपशप
दो मीठे शब्द, एक प्यारा एहसास
RIE में खुश रहने के लिए और क्या चाहिए
विज्ञान के कुछ अनसुलझे रहस्य
न्यूटन की कुछ कथाएँ
वो स्कूल के दिन, एक पानी पूरी का ठेला
College की proxy, पुष्कर का मेला
RIE में भला खुश रहने के लिए और क्या चाहिए
देर रात B'day पार्टी , वो पिज़्ज़ा की खुशबू
PMC का मिलन, वो काँचा का डोसा
आना की संध्या, एक कैंटीन की coffee
थोड़ी सी गुस्सा, एक मनाने की आदत
RIE में खुश रहने के लिए और क्या चाहिए
सुबह वो कम्बल की नींद, थोड़ा-सा नहाने का डर
Lib की वो शांति, Internals का कहर
Classes का bunks, उपस्थिति का डर
Practical की चिंता, Carnival तक का सफर
RIE में खुश रहने के लिए भला और क्या चाहिए
छुट्टी को outing का इंतज़ार, sunday की खीर का प्यार
द्वारे अंडे की रेड़ी, crushes की भरमार
पढ़ाई भी मज़े की , और freshers की लीला पार
बस कर भाई
खुश रहने के लिए अब कुछ नहीं चाहिए।
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