आप स्वयं एक ऐसा राज़ हैं कि खजाना ढूंढने के लिए आपको बाहर खोजने की ज़रूरत नहीं .. आपके भीतर ऐसा राज़ से परिपूर्ण खजाना है जिसको पाकर आप अपने जीवन के मुकाम तक पहुंच सकते हैं।
तू खुद में एक राज़ है
तेरे भीतर यथार्थ की बुलंद आवाज़ है
न झुकने वाला, न टूटने वाला
तू एक ऐसा दृढ़ फौलाद है
तू खुद में एक राज़ है
सुनामियों से लड़ने वाला जांबाज़ है
कश्तियों से तुलना न कर
तू एक अनुपम जंगी जहाज़ है
मंजिलों का आवाहन कर
ठोकरों का सम्मान कर
तू खुद में एक सैलाब है
तू एक ऐसा राज़ है
तूफानों को पैग़ाम दे
चुनौतियों को अंजाम दे
बहुमूल्य तेरा हर एक प्रयास है
तू खुद में एक राज़ है
साहस है तेरे हर रक्त कण में
छाती ठोक के जाओ तुम रण में
तू खुद में एक महाविनाश है
तू एक ऐसा राज़ है
बन असहाय खाली न बैठ
तुझमें न कोई दुर्बलता ,न कोई ऐब
तू अपने पर ही तो संन्यास है
तू खुद में एक राज़ है
मंजिल तेरी आसान नहीं है
वो दो किताबों का ज्ञान नहीं है
वो खून - पसीने की मेहनत का ताज है
तू खुद में एक राज़ है
बढ़ तब तक गति सूरज को थरथरा न दे
लड़ जब तक टंकार गगन को कंपकंपा न दे
तू यहां अकेला नहीं तू खुद अपने साथ है
तू एक ऐसा अनंत राज़ है
- नूतन पथ का बंजारा
Fabulously written about understanding one's own self. Keep it up !! 😊👌
ReplyDeleteThanks a lot mam...
ReplyDeleteBeta kamaal hai...bahut khush hu ye jaankar Ki tumhare dwara achchhi kavita Ka Uday ho rha hai. Keep it up.
ReplyDeleteBeta kamaal hai...bahut khush hu ye jaankar Ki tumhare dwara achchhi kavita Ka Uday ho rha hai. Keep it up.
ReplyDeleteBeta kamaal hai...bahut khush hu ye jaankar Ki tumhare dwara achchhi kavita Ka Uday ho rha hai. Keep it up.
ReplyDeleteBeta kamaal hai...bahut khush hu ye jaankar Ki tumhare dwara achchhi kavita Ka Uday ho rha hai. Keep it up.
ReplyDeleteThanks a lot sir.... It's your inspiration. You have shown me the right paths. It's result of your blessings. I am blessed and always thank full to you sir...
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