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Friday, 23 February 2018

एक माफी

 मेरे दुनियां में होते हुए मेरी ही दुनियां से भूल हो गई वो भी बिल्कुल अनजाने में जो मैंने आजतक सोचा नहीं वही भूल कर दी कैसे??  मुझसे अभागा और न समझ और कौन हो सकता है?? 😫😥
 शायद वो मुझे कभी माफ नहीं करेगी 😫😫


हो गई अनजाने में एक भूल
माफ कर देना इस नादान को
मैं इस दुनिया को छोड़ने को तैयार हूं
बस कम न करना मेरे सम्मान को


अपनी बेबसी का आलम तुम्हें क्या बतलाऊं मैं
बस तुम्हारे सीने से लिपटकर रोता जाऊं मैं
भीगा दूं तुम्हें अपने आंसुओं से
फिर भी शायद एक अभागा प्रेमी कहलाऊं मैं


मुझे पता है तुमने दिल से माफ नहीं किया है
मेरी भूल को दिल से साफ़ नहीं किया है
इसमें उनका कोई कसूर नहीं है
शायद मैंने ही कसूरी का प्याला दिल से सौगात नहीं किया है











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