आज कुछ हटके हो जाये........ दिल से , शांति से , मुस्कुराकर पढ़ियेगा आनंद आएगा -
आओ चलो कुछ बातें करें ,
दिलों से दिलों की मुलाकातें करें।
एक लव्ज़ तुम कहो , दो लव्ज़ हम कहें ,
आओ चलो कुछ बातें करें।।
आये हो तुम लजीले नयनों के साथ ,
अल्फ़ाज़ों की दुनियाँ में खो जाने के लिए।
खोल कपाट हृदयों के ,
आओ चलो कुछ बातें करें।।
संजोनी है छोटी-सी महफूज़ दुनियां ,
सुदूर अनंत सितारों के पार।
आज अभी इस नीरनिधि में
थोड़ा-सा प्यार तुम भरो थोड़ा-सा हम भरें ,
आओ चलो कुछ बातें करें।।
खोल बेड़ियाँ दिल-ए-समंदर की ,
बयां भी कर उर की लहरों को।
हम भी नज़रों से नज़रों में ऐतबार भरें ,
आओ चलो कुछ बातें करें।।
कब तक निहारूँगा तेरे नयनों के मुकुलों को ,
कुदरत ने साजिश रच रखी है प्रेम वृष्टि की।
प्रभंजन भी अब मोह रही है ,
आओ चलो कुछ बातें करें।।
तेरे चक्षुओं ये प्यार टपकता है ,
गुलों से शबनम की तरह।
गुमना चाहता हूँ तेरे इस रमणीक व्योम से परे ,
आओ चलो कुछ बात करें।।
तेरी जुल्फों का विपिन कितना प्यारा है ,
पर कटे एक परिंदे का सहारा है।
अब तो दिलों की दिलों से मुलाकातें करें,
आओ चलो भी न कुछ बातें करें।।
आज जी लेंगे जिंदगी खुल कर ,
थाम हस्त , बाँहों में ले तुझे।
भू से "मयंक" की सैर करें ,
आओ चलो कुछ बातें करें।।
आओ चलो कुछ बातें करें ........
-mksharma
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