जीवन में कभी कभी मुश्किलें , टूटी हुई उम्मीदें , बँधा हुआ धैर्य और एक भीतर की आवाज़ जिंदगी बदल देने के लिए काफी है औरों की जिंदगी से तुलना करने से अच्छा है स्वयं कोई रास्ता ढूँढ निकालो और हमेशा उस पल की तलाश करो जो तुम्हे कुछ नया सीखने का अवसर दे.
चुप रहूं , सो जाऊँ या खुश रहूँ
हे ! गगन तू कुछ तो बता दे
आजकल तो उड़ने में भी डर लगता है
भूल गया हूँ तू मेरी उस मंजिल का पता दे
कहाँ - कहाँ ढूँढा मैंने तुझे
समन्दर को पार कर ,पहाड़ो को लांघकर
आ खड़ा हूँ उस ढाल पर
गिरा है न हौसला और न हैं पंख थके
हे ! गगन तू कुछ तो बता दे
चीर दूँ हवाओं के झोकों को
कुचल दूँ उन कँटीले शूलों को
जो अक्सर चुभा करते हैं
हे ! गगन तेरे तले
अब तो नकुल बनकर देखना पड़ेगा
उस चंचल सर्पिणी के लिए
अपना मोती गिरने न दूंगा
उस मोह - प्यारी मणि के लिए
तमन्ना है उन सारंग लताओं की
झूल सकूँ मैं जीवन जिसमें
जीवन एक बसंत है
खुशियों का न अंत इसमें
हे ! गगन पता चल गया अब वो
मंजिल मेरे सामने है
पथ प्रदर्शक मैं ही हूँ
और मुझ ही को चलना इसमें
👍👍👍
ReplyDeletesukriya
DeleteKeep going
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteGood piece of work:)
ReplyDeleteधन्यवाद
ReplyDeleteyou won my heart dear............
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